Friday, January 18, 2019

अरुण जेटली का दूसरे दलों पर हमला, झूठ की बुनियाद पर विरोध की मजबूरी

केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली ने कांग्रेस समेत अन्य दलों के वंशवाद को लेकर तीखा हमला बोला है. उन्होंने अपने लेख में कहा कि भारतीय राजनीतिक व्यवस्था में कुछ लोगों का मानना है कि सत्ता पर काबिज होना सिर्फ उनका जन्म सिद्ध अधिकार है. ऐसे लोग भी हैं, जो किसी भी सत्ता में प्रभावशाली भूमिका पा लेते हैं. वहीं कुछ ऐसे लोग भी हैं, जो वामपंथी और चरमपंथी विचारधारा के अनुयायी हैं और ऐसे लोगों को केन्द्र की मौजूदा सरकार मंजूर नहीं है. इन सबके सामन्जस्य से देश की राजनीति में एक नया वर्ग खड़ा होता है जिसके लिए विरोध अथवा आलोचना करना एक अनिवार्यता है.

जेटली ने कहा कि इन आलोचकों का मानना है कि मौजूदा सरकार कुछ भी अच्छा नहीं कर सकती है. लिहाजा इसके सभी फैसलों की आलोचना करने की अनिवार्यता है. इन्हें आर्थिक तौर पर पिछड़े लोगों को शिक्षा और नौकरी में दिए गए 10 फीसदी आरक्षण में खामी दिखती है. विडंबना देखिए कि गरीब तबके के लिए किया जा रहा प्रावधान को वामपंथी दल रोक रहे हैं. कालेधन पर लगाम लगाने की कवायद को टैक्स आतंकवाद की संज्ञा दी जा रही है. आधार को स्थापित कर जहां गरीबों को जाने वाले पैसे से चोरी रोकने की कवायद हो रही है तो यह वर्ग उसे निजी स्वतंत्रता से जोड़कर आलोचना कर रही है.

वहीं देश को तोड़ने का नारा लगाने वालों के मौलिक अधिकार की बात की जा रही है और सर्जिकल स्ट्राइक जैसे संवेदनशील कदम पर सवाल खड़ा किया जा रहा है. जाहिर है कि मौजूदा सरकार की आलोचना की अनिवार्यता के चलते ये वर्ग झूठ का निर्माण करने से भी परहेज नहीं रखता. यह वर्ग अपने निर्मित तर्क से सामान्य हित को भी गलत ठहरा रहा है. जानें इनकी इस दोगली राजनीति के कुछ नमूने.

जस्टिस लोया केस

इस मामले में एक-एक कर कई झूठे दावे किए गए. जस्टिस लोया की दिल का दौरा पड़ने से मौत हुई और अंतिम समय में उनके साथ सिर्फ उनके मित्र और जज थे. इसके बावजूद एक खास वर्ग के समर्थन वाली वेबसाइट, सोशल मीडिया पर प्रचार और फर्जी जनहित याचिकाओं का सहारा लेते हुए झूठे दावे किए गए. इस झूठ के निर्माण में सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज और दिल्ली हाईकोर्ट के पूर्व न्यायाधीश तक शामिल हुए. अंत में सुप्रीम कोर्ट की तीन जजों की बेंच ने सभी आरोपों को बेबुनियाद करार दिया. इसके बावजूद फैसला सुनाने वाले जस्टिस धनंजय चंद्रचूड की सोशल मीडिया पर जमकर आलोचना की गई.

राफेल केस

इस वर्ग ने देश की सुरक्षा के लिए खरीदे गए राफेल लड़ाकू विमान पर सवाल उठाया. इस डील में देश के हजारों करोड़ रुपये बचाने का श्रेय प्रधानमंत्री मोदी को दिया जाना चाहिए लेकिन इस खास वर्ग को यह सच्चाई मंजूर नहीं है. जहां कांग्रेस पार्टी ने राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता करते हुए एक दशक तक इस डील को टालने का काम किया वहीं मौजूदा सरकार की डील पर झूठे आंकड़ों को सामने करते हुए सवाल उठाने का काम किया गया. यह मामला भी सुप्रीम कोर्ट पहुंचा जहां बारीकी से देखने के बाद सभी आरोपों को खारिज कर दिया गया. इसके बावजूद झूठा प्रचार बंद नहीं हुआ और कोर्ट के फैसले पर भी सवाल उठाने का काम शुरू कर दिया गया.

सीबीआई विवाद

दिल्ली में सत्ता के गलियारों की जानकारी में जरा भी उत्सुकता हो तो आप जानते होंगे कि किस तरह से देश की प्रमुख जांच एजेंसी में बीते कुछ वर्षों के दौरान कुछ अधिकारी खुद को कानून से ऊपर मानने लगे थे. लिहाजा सरकार की जिम्मेदारी बनती है कि वह इस प्रमुख सुरक्षा एजेंसी में व्याप्त गंदगी को दूर करे. सरकार का मकसद सिर्फ इस एजेंसी की जवाबदेही तय करना और साख को पुख्ता करना था. वहीं इस खास वर्ग ने इस मामले में भी नया झूठ गढ़ने का सहारा लिया. प्रधानमंत्री के नेतृत्व वाली समिति में कांग्रेस नेता खड़गे ने दलील दी कि बिना किसी आरोप के कैसे सीबीआई प्रमुख का ट्रांसफर किया गया. जबकि खड़गे ने इसी सीबीआई प्रमुख की नियुक्ति के समय लिखित तौर पर कहा था कि यह अधिकारी भ्रष्टाचार में लिप्त है. इससे भी स्पष्ट है कि यह खास वर्ग आलोचना के कितना इतना मजबूर है.

Thursday, January 10, 2019

एअर इंडिया की नई स्कीम, बिडिंग से इकोनॉमी क्लास के पैसेंजर करेंगे बिजनेस क्लास में सफर

एअर इंडिया ने अपने यात्रियों के लिए नई स्कीम की शुरुआत की है. इस स्कीम के तहत अब इकोनॉमी क्लास के यात्री अपने टिकट को बिजनेस क्लास में अपग्रेड कर सकेंगे. इसके लिए उन्हें बिड में हिस्सा लेना होगा. जिन यात्रियों की बिड अधिक होगी, उनका टिकट बिजनेस क्लास में अपग्रेड कर दिया जाएगा. बता दें, बिड उन खाली बिजनेस क्लास सीटों के लिए होगा, जिसे किसी ने बुक नहीं किया है.

एअर इंडिया के सीएमडी प्रदीप सिंह खारोला ने बताया कि नई स्कीम के तहत इकोनॉमी क्लास का यात्री 75 फीसदी तक बचत करके बिजनेस क्लास में यात्रा कर सकता है. यह ऑनलाइन ऑफर अमेरिका, यूरोप, ऑस्ट्रेलिया, जापान और हांगकांग समेत देश के 6 मेट्रो शहर की यात्रा करने पर लागू होगा.

दिसंबर में शुरू की गई इस स्कीम के तहत यात्रियों को अपने इकोनॉमी क्लास के किराए (जिसका भुगतान आप कर चुके हो) और बिजनेस क्लास के किराए के बीच के अंतर वाली राशि पर बोली लगानी होगी. इस दौरान यात्री न्यूनतम बोली का कैप भी लगा सकता है. जिस यात्री ने बोली लगाई और उसका टिकट अपग्रेड नहीं हुआ तो उसका पूरा किराया वापस किया जाएगा.

सामान्य वर्ग में आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के लिए 10 फीसदी आरक्षण का बिल आखिरकार राज्यसभा और लोकसभा से पास हो गया है. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के हस्ताक्षर के बाद अब ये बिल कानून में बदल जाएगा, लेकिन इसके साथ ही नरेंद्र मोदी सरकार के लिए नई चुनौती सामने होगी. लोकसभा चुनाव से ऐन पहले चले गए इस मास्टर स्ट्रोक के बाद मोदी सरकार के सामने खाली पड़े सरकारी पदों को भरने की चुनौती होगी.

बिजनेस टुडे के आंकड़ों के मुताबिक, केंद्र और राज्य सरकारों के विभागों में करीब 29 लाख पद खाली पड़े हैं जिन पर नियुक्ति हो सकती है. अब इस बिल के पास होते ही सामान्य वर्ग के करीब 3 लाख लोगों के लिए भी इस 29 लाख में आरक्षण के आधार पर जगह बनेगी.

देश में पिछले 24 घंटे में इमरजेंसी लैंडिंग की तीन घटनाएं सामने आई है. लगातार आ रही ऐसी रिपोर्ट्स के बाद हवाई यात्रा को लेकर लोगों की चिंताएं बढ़ गई हैं. रविवार को दुबई जा रही है एअर इंडिया की फ्लाइट को तकनीकी खराबी के बाद मुंबई में इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी. समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक फ्लाइंट (IX-247) मुंबई से दुबई जा रही थी, तभी फ्लाइट के हाइड्रोलिक सिस्टम में खराबी आ गई इसके बाद फ्लाइट को तुरंत मुंबई एयरपोर्ट पर ही उतारा गया. इस रिपोर्ट से जुड़ी ज्यादा जानकारी का इंतजार है.

इमरजेंसी लैंडिंग की एक दूसरी घटना रविवार को ही वाराणसी में हुई. यहां पर हांगकांग से दिल्ली जा रही बोइंग 737 की इमरजेंसी लैंडिंग हुई. स्पाइस जेट की इस फ्लाइट की बाईं इंजन में अचानक खराबी आ गई थी, इसके बाद विमान को चला रहे पॉयलट ने समझदारी का परिचय देते हुए वाराणसी में फ्लाइट की लैंडिंग कराई. ये घटना रविवार सुबह 10 बजे की है. विमान में सवार सभी 142 यात्री सुरक्षित हैं.

इन यात्रियों को अब दूसरी फ्लाइट अपने गंतव्य की ओर ले जाया जा रहा है. रिपोर्ट के मुताबिक बोइंग विमान में दो इंजन होते हैं, लेकिन आसमान में उड़ान के दौरान इंजन में ईंधन की सप्लाई बाधित हो गई, इससे विमान का बायां इंजन बंद हो गया. ये घटना पटना के एअरस्पेस में हुई. पायलट ने तुरंत नजदीकी एयरपोर्ट वाराणसी का रास्ता चुना और वहां पर विमान की सुरक्षित लैंडिंग कराई. 

बता दें कि शनिवार रात कोलकाता में भी एक विमान की इमरजेंसी लैंडिंग हुई थी. एअर इंडिया का विमान AI-335 बैंकॉक से दिल्ली की जा रहा था. रिपोर्ट के मुताबिक विमान में इंधन लीकेज की वजह से आपात लैंडिंग की नौबत आई. पायलट ने कहा कि जब विमान हवा में था तभी उसके दाहिनी हिस्से से लीकेज शुरू हो गया. तकनीकी खराबी की जानकारी मिलते ही पायलट ने कोलकाता एयरपोर्ट के अधिकारियों से संपर्क किया और लैंडिंग की इजाजत मांगी. परमिशन मिलते ही विमान की लैंडिंग कराई गई.

Thursday, January 3, 2019

अफगानिस्तान में लाइब्रेरी की फंडिंग पर ट्रंप ने उड़ाया मोदी का मजाक

अपनी बयानबाजी और चौंकाने वाले फैसलों के लिए मशहूर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसा है. ट्रंप ने ये तंज भारत द्वारा अफगानिस्तान में की जा रही मदद को लेकर कसा है. उन्होंने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री लगातार मुझे बताते हैं कि हमने अफगानिस्तान में लाइब्रेरी बनाई. लेकिन मैं कहता हूं कि उसका इस्तेमाल कौन कर रहा है.

प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, ‘’ मैं अगर भारत की बात करूं तो उनकी उपस्थिति अफगानिस्तान में है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुझे बताया कि उन्होंने अफगानिस्तान में लाइब्रेरी बनाई, पांच घंटे उन्होंने यही बताया.’’

अफगानिस्तान नीति पर बात करते हुए ट्रंप ने कहा,’’ उन्होंने (मोदी) मुझे बताया. वो बहुत स्मार्ट हैं, अब हम क्या कह सकते हैं. ओह... लाइब्रेरी के लिए शुक्रिया. पता नहीं अफगानिस्तान में उस लाइब्रेरी का इस्तेमाल कौन कर रहा है. लेकिन ये सिर्फ एक-दो चीजों में से है, मैं पूरा क्रेडिट नहीं लेना चाहता

गौरतलब है कि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में दक्षिण एशियाई नीति को लेकर बात की. उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में भारत, पाकिस्तान, रूस जैसे देशों की मौजूदगी है, हम उनसे काफी दूर हैं उसके बावजूद भी उनकी मदद करते हैं.

आपको बता दें कि भारत अफगानिस्तान में पिछले काफी समय से एक्टिव है. भारत लगातार अफगानिस्तान में प्रोग्रेसिव प्रोग्राम चलाता है, जिसमें स्कूली जरूरतों, पुनरुत्थान जैसे कार्यक्रम भी शामिल हैं. हालांकि, अमेरिकी राष्ट्रपति किस प्रोग्राम की बात कर रहे थे यह साफ नहीं है.

गौर करने वाली बात ये भी है कि अमेरिका के राष्ट्रपति भारत द्वारा अफगानिस्तान में की जा रही जिस मदद पर तंज कस रहे थे, उन्हीं की सरकार ने जब अफगानिस्तान की नीति बनाई थी तो भारत को अहम जिम्मेदारी दी थी.

डोनाल्ड ट्रंप जब राष्ट्रपति बने तो उन्होंने दक्षिण एशिया के लिए नई नीति बनाई, उस दौरान अफगानिस्तान में अपने मिशन को आगे बढ़ाने के लिए उसने भारत को अहम साथी करार दिया था.

यह प्रोडक्ट नया है और इसकी कीमत 249  रुपये है. इसमें पल्यूशन फिल्टर दिया गया है और यह पोर्टेबल इसे कहीं भी आसानी कैरी कर सकते हैं.

इसकी कीमत 699 रुपये है. आप सेल्फी लवर हैं तो ये आपके काम का साबित हो सकता है. यह हल्का है और पोर्टेबल है और इसका वजन 132 ग्राम है. इसे मोबाइल के साथ कनेक्ट करके ऑपरेट कर सकते हैं. इसमे 3.5mm का ऑडियो जैक है और फिजिकल शटर बटन भी दिया गया है.

इसकी कीमत 249 रुपये है. ये माइक्रो यूएसबी टू टाइप सी कनेक्टर की तरह काम करता है. इससे आप चाहें तो फोन चार्ज करने के लिए यूज करें या डेटा ट्रांसफर करने के लिए. यह 100cm का है और कंपनी का दावा है कि केबल को 250D नायलन से प्रोटेक्ट किया गया है ताकि रफ यूज में भी न टूटे.